बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने लखनऊ में गुरुवार को एक अहम बैठक बुलाई. इस बैठक में देशभर के सभी बड़े पदाधिकारी शामिल हुए. साथ ही जिला अध्यक्ष, विधानसभा अध्यक्ष, पूर्व सांसद, विधायक और राज्य स्तर के पदाधिकारियों को भी बुलाया गया था.
इस दौरान बसपा सुप्रीमो मायावती ने राष्ट्रीय स्तर की तरह राज्य स्तर पर भी तीन मुख्य और नेताओं की नियुक्ति की. वहीं, 33 मंडल पर जोन इंचार्ज की भी व्यवस्था में परिवर्तन किया है. अब पार्टी में मुख्य जोन इंचार्ज का पद समाप्त कर दिया गया है. उसकी जगह पर हर मंडल पर कोऑर्डिनटर की व्यवस्था बहुजन समाज पार्टी में की गई है.
इस मामले में मायावती ने राज्य स्तरीय 3 कोऑर्डिनेटर नियुक्त किए. जिसमें राष्ट्रीय महासचिव आरएस कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष मुनकाद अली, एमएलसी भीमराव को शामिल किया गया है. मायावती ने बहुजन वॉलंटियर्स और उसके मंडल अध्यक्ष का पद भी समाप्त कर दिया है.
यह बैठक उपचुनाव से पहले बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि इस बैठक में मायावती ने नए पदों के सृजन के साथ-साथ कई पदों को समाप्त किया है. उसकी वजह पार्टी संगठन में बेहतर कोऑर्डिनेशन की व्यवस्था को लागू करना है.
सूत्रों के मुताबिक, मायावती ने इस बैठक में सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों को आने वाले चुनाव की रणनीति और उनकी जिम्मेदारियों के बारे में गंभीरता से निर्देश दिए. साथ ही यह साफ किया कि आने वाले चुनाव से पहले हर पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश की सरकार के बारे में सच बताकर जनता को बहुजन समाजवादी पार्टी के पाले में खींचने का प्रयास करे.
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के विकास के लिए मोदी सरकार ने बनाया प्लानआने वाले उपचुनाव से पहले मायावती का यह कदम एक सोची-समझी रणनीति की तरह देखा जा रहा है. क्योंकि उपचुनाव की सभी 13 सीटों पर मायावती ने अपने पार्टी कैंडिडेट तय कर दिए हैं.