पांच दशकों तक कांग्रेस का झंडा ढोया, 6 घंटे रांची में रहे, लेकिन दूर रहे कांग्रेसी
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपने 83 वर्ष के जीवन में पांच दशकों से अधिक समय कांग्रेस को दिया। पार्टी का प्रतिनिधित्व उन्होंने राज्यसभा, लोकसभा, विभिन्न मंत्रालयों से लेकर राष्ट्रपति बनने तक किया। उनके कार्यकाल में पार्टी जब भी संकट में फंसी वो संकटमोचक बनकर सामने आए। उन्हें पार्टी का थिंक टैंक तक कहा जाता था।
जब तक सक्रिय राजनीति में रहे हर फोरम पर कार्यकर्ताओं ने सिर आंखों पर बैठाया। लेकिन छह महीने पूर्व (जून 2018) आरएसएस के कार्यक्रम में क्या गए, कांग्रेसी उनसे दूरी बरतने लगे।