केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं। आज उनके दौरे का दूसरा दिन है। बतौर गृह मंत्री यह उनका पहला दौरा है। इस बीच कश्मीर घाटी में आतंकवाद के तीन दशकों के बीच ऐसा पहली बार हुआ है कि अलगाववादी संगठनों ने किसी गृह मंत्री के दौरे के वक्त बंद की अपील नहीं की। गृह मंत्री बनने के बाद अपने पहले दौरे के तहत शाह बुधवार को राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा और विकास से जुड़ी परियोजनाओं के सिलसिले में कई बैठकों की अध्यक्षता की।
बजट से पहले जानिए इससे जुड़े शब्दों के मतलबअमरनाथ दर्शन भी करेंगे शाह गृह मंत्री शाह का राज्य में पार्टी के नेताओं, सिविल सोसायटी के प्रतिनिधियों और पंचायत सदस्यों से मुलाकात के अलावा अमरनाथ दर्शन का कार्यक्रम है। इसके साथ ही वह जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के साथ यूनिफाइड हेडक्वॉर्टर्स बैठक में शिरकत करने वाले हैं।
'आतंक पर सख्त रवैया बरकरार रखें' सुरक्षा के मुद्दे पर एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान शाह ने सभी एजेंसियों से आतंकियों और उपद्रवियों के खिलाफ सख्त रवैया बरकरार रखने को कहा। उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों को अमरनाथ यात्रियों पर किसी तरह के आतंकी हमले या खतरे को टालने के लिए सभी संवेदनशील और घुसपैठ के संभावित पॉइंट पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करने के निर्देश दिए हैं।