
साधुओं को मारने वाले मुसलमान नहीं थे, नफरत फैलाना बंद करो!
- पालघर में दो साधुओं समेत एक ड्राइवर की मॉब लिंचिंग के बाद कुछ लोग मामले को सांप्रदायिक एंगल देने में तुले हुए थे।
- इन लोगों में कट्टर हिंदुत्वावदी लोगों और गोदी पत्रकारों समेत सोशल मीडिया ट्रोल्स शामिल थे।
- Justice For Hindu Sadhus नामक टैग के ज़रिए उन्होंने हिंदू-मुस्लिम एजेंडा घुसाने और चलाने का प्रयत्न किया।
- लेकिन महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने स्पष्ट किया कि मरने औऱ मारने वाले अलग-अलग धर्म के नहीं थे।
- साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि धार्मिक विवाद खड़ा करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं।





























































