मोहन भागवत का आर्थिक दर्शन मोदी सरकार की हाल की आर्थिक नीतियों के बिलकुल उलट है
आरएसएस के मुखिया हर साल दशहरा के मौके पर अपने मुख्यालय नागपुर में राष्ट्र के नाम सम्बोधन जैसा एक व्याख्यान देते हैं.
भाजपा पहले कार्यकाल के मुक़ाबले ज्यादा बड़े बहुमत से दूसरी बार सत्ता में है तो इस व्याख्यान को ज्यादा अहमियत मिल रही है.
भागवत ने अपने दशहरे पर दिए भाषण के दौरान कहा था कि आर्थिक संकट है मगर इसे बहुत महत्व देने की जरूरत नहीं है.
उन्होंने ये भी कहा कि विदेशी यहां निवेश कर सकते हैं मगर हम उन देशों से सीख लें, जो बोर्ड में स्थानीय सदस्य को वीटो पावर के साथ शामिल करने पर ज़ोर देते हैं.
अब देखना होगा कि स्वदेशी मार्का अर्थनीति पर इतने विस्तार से चर्चा करने वाले भागवत पीएसयू के दांव पर लगाए जाने के बाद फिर कोई जवाबी संघर्ष शुरू करने का इरादा रखते हैं या नहीं.