दिल्ली में 27 वर्षीय लड़की ने आत्महत्या कर ली क्योंकि उसका यूपीएससी में सेलेक्शन नहीं हुआ ऐसे कई मामले हमारे देश में होती रहती हैं। कोटा भी आत्महत्या का मुख्य केंद्र है। क्या मां-बाप या परिजन की आकांक्षाओं के बोझ तले युवा अपनी जान गंवा रहा है? क्या सरकार को इसके लिए कुछ नहीं करना चाहिए?