प्रदूषण से पूरा उत्तर भारत परेशान है। लोगों की साँसे अटक रही हैं। लेकिन बन्द AC कमरों और एयर प्यूरिफायर के सहारे छनी हुई हवा लेने वाले बड़े मंत्रियों को क्या फर्क पड़ता है?
फर्क पड़ता तो केन्द्रीय मंत्री के साथ रिव्यू मीटिंग में तो आते। लेकिन न राजस्थान, न पंजाब, न उत्तर प्रदेश और न हरियाणा के मंत्री आये बल्कि पर्यावरण सचिव भी नहीं पहुँचे। केवल केजरीवाल सरकार के मंत्री इमरान हुसैन अपनी पूरी टीम के साथ बैठक में शामिल हुये।