'कोर्ट ने दो घोड़ों पर सवार होने की कोशिश की'

  • अयोध्या पर आए फैसले पर योगेंद्र यादव ने एक लेख मे लिखा कि अयोध्या में 5 एकड़ जमीन का प्रस्ताव बिन मांगी 'खैरात'.
     
  • उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कानूनी दांवपेच और सुला सफाई दोनों का सहारा लिया. 
     
  • योगेंद्र यादव ने कहा कि न ही इसमें सीधा कानूनी फैसला हो पाया है और न ही दिल जोड़ने का काम सफल हुआ है.
     
  • उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने मामला टालने की बजाय एक स्पष्ट फैसला सुनाया और इसी तरह 133 साल से चले आ रहे इस कानूनी विवाद का अंत हो पाया.
     
  • यादव ने साथ ही साथ सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद आशा जताई कि अब काशी और मथुरा का नंबर नहीं आएगा.

    यह भी पढ़ें: अयोध्या मामला: बदली गई बैठक की जगह, पुनर्विचार याचिका दाखिल करने पर अहम फैसला 

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