ट्रंप प्रशासन के कार्यकाल में दोनों देशों के व्यापार संबंध बदतर हुए हैं. अमेरिका ने 2017 के बाद दोनों देशों के बीच सालाना व्यापार वार्ता – अमेरिका-भारत व्यापार नीति फोरम – आयोजित नहीं किया है.
मोदी ने इस दौरान 40 बहुराष्ट्रीय कंपनियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की लेकिन इस दौरान ‘मोदी की परिकल्पना’ की तारीफ करने वाली एक भी अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कंपनी ने अभी तक बड़े स्तर पर निवेश की कोई घोषणा नहीं की है.