उन्होने कहाँ ऑटो सेक्टर और ट्रक सेक्टर में गिरावट प्रोडक्शन-ट्रांसपोर्टेशन में निगेटिव ग्रोथ और बाजार के टूटते भरोसे का प्रतीक है. सरकार कब अपनी आंखें खोलेगी?"
लाखों हिंदुस्तानियों की नौकरियां खतरे में आ चुकी है.
अगस्त में ऑटोमोबाइल की बिक्री 1997-98 के बाद के निम्नतम स्तर पर दर्ज किए जाने के एक दिन बाद प्रियंका की यह टिप्पणी आई. इस क्षेत्र को जिंदा करने के लिए बड़े प्रोत्साहन पैकेज की मांग भी की गई है.