रांची : कॉर्निया की बर्बादी न हो : सांसद

आइ डोनेशन अवेयरनेस क्लब की अर्द्धवार्षिक बैठक बुधवार को  कश्यप मेमोरियल आइ हॉस्पिटल सभागार में हुई. मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में सांसद संजय सेठ व मेयर आशा लकड़ा शामिल हुए. 10 नेत्रदान करनेवाले परिवारों का परिचय क्लब के सदस्यों से कराया गया. 
 
वहीं डॉ भारती कश्यप ने बताया कि पिछले साल कश्यप मेमोरियल आइ बैंक ने इस साल अभी तक 24 नेत्र प्रत्यारोपण किया जा चुका है. सांसद  संजय सेठ ने कहा कि रिम्स में कॉर्निया की बर्बादी दुर्भाग्यपूर्ण है़ हजारों लोग कॉर्निया के अभाव  में दृष्टिहीन हैं और  उनको कॉर्निया ग्राफ्टिंग कर आंखों की राेशनी  लाैटायी जा सकती थी.  
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इसके लिए जिम्मेदार व्यक्तियों को चिह्नित कर  दंडात्मक कार्रवाई करनी चाहिए़   बैठक में उर्सुलाइन काॅन्वेंट में नेत्रदान जागरूकता अभियान के तहत  करायी गयी पेंटिंग प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को सांसद व मेयर ने सम्मानित किया. आइ डैक क्लब के अध्यक्ष अनुज सिन्हा  ने स्वागत भाषण प्रस्तुत  किया और अपने विचार व्यक्त किये. मौके पर आइडैक के सचिव राजेश तोमर, डाॅ बीपी कश्यप, डॉ विभूति कश्यप व डॉ निधि गडकर कश्यप सहित अन्य थे.
 
रांची. रिम्स निदेशक डॉ दिनेश कुमार सिंह ने कहा है कि नेत्रदान महादान है, इसलिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है. इसके लिए दूसरों को जागरूक करें ही, खुद भी जागरूक हों. अंगदान का इस्तेमाल  सही तरीके से होना चाहिए, क्योंकि दानदाता उम्मीद के साथ अंग दान करता है. दानदाता को जब यह  महसूस होने लगता है कि उनके द्वारा किये गये अंग दान का सही इस्तेमाल हो रहा है तो बिना जागरूक किये लोग खुद आगे बढ़कर अंग का दान करेंगे. 
 
वह बुधवार को राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा के तहत रिम्स डिटोरियम में आयोजित सम्मान समारोह में बोल रहे थे.  उन्होंने कहा कि राज्य में  नेत्रदान करनेवालों की संख्या अधिक है, लेकिन नेत्र लेनेवालों की संख्या कम है. नेत्र लेनेवाले लोगों को खोजना पड़ रहा है. नेत्रदाता  परिवार को सम्मानित करना मेरे लिए गौरव की बात है. मौके पर डिप्टी डायरेक्टर डॉ प्रदीप बास्की, नेत्र  विभाग  के विभागाध्यक्ष डॉ वीबी सिन्हा, स्टेट प्रोग्राम आफिसर डॉ मार्शल व अन्य थे.

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