नगर निगम क्षेत्र में पानी के बिलों में हुई वृद्धि वापस

नगर निगम क्षेत्र में पानी के बिलों हुई बढ़ोत्तरी जल संस्थान ने वापस ले ली है। बिल में बढ़ोत्तरी को लेकर आमजन लगातार विरोध जता रहा था। इस पर जल संस्थान ने वृद्धि को कम करने का प्रस्ताव सरकार को भेजा है। 
भाजपा पार्षदों ने जल संस्थान के मुख्य महाप्रबंधक एसके शर्मा के समक्ष वृद्धि पर एतराज जताया। इसके बाद मुख्य महाप्रबंधक ने सरकार के नए आदेश आने तक वृद्धि वापस लेने के आदेश दिए। अब पेयजल उपभोक्ता पुराने बिलों के हिसाब से ही बिल का भुगतान कर सकेंगे। 
इतना ही नहीं मुख्य महाप्रबंधक ने यह भी जानकारी दी कि जो लोग बढ़ी दरों पर पानी के बिल जमा कर चुके हैं, उनकी राशि अगले बिल में समायोजित कर ली जाएगी। बिल वृद्धि वापस होने से हजारों लोगों को लाभ होगा। 
नई व्यवस्था की जानकारी देते हुए मुख्य महाप्रबंधक एसके शर्मा ने बताया कि बिलों के आंकलन को लेकर जल संस्थान दफ्तर में सैकड़ों आपत्तियां आई हैं। इसके बाद यह मामला पेयजल सचिव अरविंद हयांकी के सामने रखा गया और सैद्धांतिक रूप से बढ़े बिल वापस लेने का निर्णय लिया गया। 
वहीं, इससे पहले बुधवार को भाजपा पार्षद भूपेंद्र कठैत के साथ दर्जनों पार्षदों ने नेहरू कालोनी स्थित जल संस्थान के मुख्यालय पहुंचकर मुख्य महाप्रबंधक से मुलाकात की और बताया कि पिछले हफ्ते इस मामले में मुलाकात के दौरान अधिकारियों ने बढ़े हुए बिलों पर उचित फैसला लेने का आश्वासन दिया था।
इसी बीच शासन द्वारा बढ़े बिलों को वापस लेने का फैसला आ गया। मुख्य महाप्रबंधक ने फैसले की जानकारी दी और पार्षदों को शांत कराया। इस दौरान भाजपा पार्षद कमली भट्ट, योगेश घाघट व नंदिनी शर्मा, विनोद नेगी, विमल उनियाल, बबीता सिंह व महीपाल धीमान आदि मौजूद रहे। 
दूसरी तरफ, बद्रीश कालोनी के लोगों ने भी जल संस्थान मुख्यालय में बढ़े हुए पानी के बिलों को वापस लेने की मांग पर बुधवार को प्रदर्शन किया। पार्षद कमली भट्ट और कालोनी समिति अध्यक्ष मनवीर सोलंकी ने बताया कि बद्रीश कॉलोनी में बिल वसूली का शिविर लगा कर बढ़े हुए बिल जबरन जमा करा कराए जा रहे हैं। 
हालांकि, बढ़े बिल वापस होने की जानकारी पर प्रदर्शन खत्म हो गया। मुख्य महाप्रबंधक ने बताया कि सभी अफसरों को पुराने बिलों पर बिल जमा करने के आदेश दे दिए गए हैं।

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