प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) मंगलवार को एक बार फिर
सोनभद्र दौरे पर हैं, जहां वह उम्भा गांव में नरसंहार (Sonbhadra Massacre) के पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उनका दुख-दर्द साझा करेंगी प्रियंका के इस दौरे को लेकर यूपी की सियासत भी गर्म हो गई है. बीजेपी प्रियंका के इस दौरे को ओछी राजनीति बता रही है. बीजेपी (BJP) का कहना है कि इस पूरे विवाद पर जांच के लिए सरकार द्वारा जो समिति बनाई गई उसने साफ किया है कि सोनभद्र के ज़मीन विवाद की जड़ 1955 में कांग्रेस की सरकार के दौरान आदर्श सोसायटी का बनाया जाना है. लिहाज़ा अब क्य़ा प्रियंका अपने इस दौरे पर इन आरोपों का जवाब देंगी.
कश्मीर पर मध्यस्थता से अब ट्रंप का इनकारदरअसल इस पूरे मामले पर सरकार द्वारा गठित कमिटि ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि 1955 में कांग्रेस के कुछ नेताओं ने सोसायटी बनाकर ग्राम समाज की ज़मीन पर कब्जा कर लिया था. जिसकी वजह से मामला इतना बढ़ा कि 10 लोगों की हत्या हो गई. प्रियंका गांधी इससे पहले 19 जुलाई को भी सोनभद्र दौरे के लिए वाराणसी होते हुए मिर्जापुर तक पंहुची थीं, लेकिन उम्भा गांव में हालात ठीक न होने की वजह से उन्हें रोककर चुनार के किले में रखा गया था. प्रियंका अपनी ज़िद पर अड़ी रहीं और डेढ़ दिन तक कैंप कर सोनभद्र के पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उन्होंने कांग्रेस की तरफ से दस-दस लाख रूपये की मदद की घोषणा की थी. ये धनराशि पीड़ित परवारों को अजय कुमार लल्लू के हाथों वितरित की जा चुकी है.
'प्रियंका वाड्रा जी ओछी राजनीति कर रही हैं'इस पूरे हाईवोल्टेज सियासी ड्रामे के दौरान देश भर के कांग्रेसियों ने उग्र प्रदर्शन किये थे. अब एक बार फिर जब प्रियंका सोनभद्र जा रही हैं तो बीजेपी इसे नाटक करार दे रही है. यूपी बीजेपी प्रवकत डॉ चन्द्रमोहन ने कहा कि श्रीमती प्रियंका वाड्रा जी ओछी राजनीति कर रही हैं. प्रियंका वद्र सिर्फ नाटक कर रही हैं. उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी को देखना चाहिए कि सोनभद्र में जो हुआ उसके लिए जिम्मेदार कौन है? जब इस जमीन का प्रकरण शुरू हुआ उस वक्त प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी. तब से लेकर 2014 तक जब यूपीए की सरकार थी तब तक कितने लोगों को आपने जमीन विवाद से बाहर निकाला? क्या प्रियंका वाड्रा इस बारे में बताएंगी? प्रियंका गांधी जो अब सोनभद्र आ रही हैं दरअसल वह सही मायने में अपराधियों की मदद के लिए आ रही हैं.