पार्टी अध्यक्ष से लेकर विदेश मंत्री तक, इन 8 मायनों में पहली महिला थीं सुषमा स्वराज
सुषमा स्वराज का राजनीतिक जीवन कई मायनों में बेहद खास रहा. स्वराज कई महत्वपूर्ण पदों तक पहुंचीं और बेहद शानदार काम किया. स्वराज भारत की चुनिंदा सफल महिला नेताओं में से एक थीं. वो महिला सशक्तिकरण की पहचान बन चुकी थीं. हम आपको स्वराज की ऐसी आठ बातें बता रहे हैं जहां पर वो पहली थीं.
1. सुषमा स्वराज साल 1977 में हरियाणा के मंत्रिमंडल में देश की सबसे कम उम्र की कैबिनेट मंत्री के तौर पर शामिल हुईं. स्वराज उस समय महज 25 साल की थीं.
2. सुषमा स्वराज को साल 1979 में हरियाणा जनता पार्टी का अध्यक्ष चुना गया. इस तरह से वो हरियाणा की पहली महिला पार्टी प्रमुख बनी थीं.
3. सुषमा स्वराज ने 1996 में केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री रहते हुए पहली बार लोकसभा से सदन की कार्यवाही के सीधे प्रसारण की शुरुआत की थी.
4. दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री होने का श्रेय भी सुषमा स्वराज के पास है. वो 13 अक्टूबर 1998 से 3 दिसंबर 1998 तक इस पद पर रहीं.
5. भारतीय जनता पार्टी से मुख्यमंत्री बनने वालीं पहली महिला सुषमा स्वराज ही थीं. स्वराज के बाद भाजपा नेता उमा भारती, वसुंधरा राजे और आनंदीबेन पटेल ने महिला मुख्यमंत्री के तौर पर कार्यभार संभाला.
6. किसी राजनीतिक दल की पहली महिला प्रवक्ता होने का श्रेय भी सुषमा स्वराज के पास है. वो भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता नियुक्त हुई थीं.
7. 2009 में सुषमा स्वराज संसद में पहली महिला नेता प्रतिपक्ष चुनी गईं. नेता प्रतिपक्ष रहते हुए संसद में उनके दिए गए भाषण काफी मशहूर हुए थे.
8. सुषमा स्वराज देश की पहली फुलटाइम महिला विदेश मंत्री थीं. हालांकि इंदिरा गांधी ने भी दो बार विदेश मंत्रालय का कार्यभार संभाला लेकिन प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए.