BJP का आरोप- मिलावटखोरों पर एक्शन की आड़ में 'हिंदुओं' को किया जा रहा परेशान

एक तरफ राखी के त्योहार से पहले मध्य प्रदेश में शहर-शहर मिलावटी मावे, दूध, पनीर और घी के व्यापारियों पर कमलनाथ सरकार ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है. तो दूसरी तरफ बीजेपी को इसमें धर्म दिखने लगा है. बीजेपी विधायक ने आरोप लगाया है कि कमलनाथ सरकार पर मिलावटखोर व्यापारियों की आड़ में हिंदुओं और बीजेपी-आरएसएस से जुड़े लोगों पर कार्रवाई कर रही है और उन्हें परेशान कर रही है. बीजेपी विधायक के इस आरोप ने अब एक नए विवाद को जन्म दे दिया है.
मध्य प्रदेश में रक्षाधबंन के त्योहार से पहले बड़े पैमाने पर मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. मध्य प्रदेश के अलग-अलग शहरों से इन दिनों मिलावटी दूध, पनीर, घी और मावे की कई बड़ी खेप पकड़ी जा रही है.  जिससे इस मामले में सीधे तौर पर अब मुख्यमंत्री कमलनाथ को हस्तक्षेप करना पड़ा है. मध्य प्रदेश के उज्जैन, मुरैना, भिंड, राजगढ़, गुना, ग्वालियर और खरगौन समेत कई शहरों में खाद्य विभाग का अमला छापेमारी कर मिलावटी दूध और दूथ उत्पादों को जब्त कर रहा है.
सीएम कमलनाथ ने बकायदा हेल्पलाइन जारी कर लोगों से अपील की है कि वो मिलावटी खाद्य पदार्थों की जानकारी दें. लेकिन इस बीच मिलावटखोरों के खिलाफ हो रही कार्रवाई पर मध्य प्रदेश की राजनीति भी गरमा गई है. बीजेपी ने कमलनाथ सरकार पर मिलावटखोरों की आड़ में बीजेपी और संघ से जुड़े लोगों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. यही नहीं बीजेपी ने तो बकायदा मिलावटखोरों पर कार्रवाई को हिंदू विरोधी करार दे दिया है.
बीजेपी विधायक और प्रदेश उपाध्यक्ष रामेशवर शर्मा ने आरोप लगाया है कि कमलनाथ सरकार जानबूझकर हिंदुत्व विचारधारा के लोगों को टारगेट कर रही है. 'आजतक' से बातचीत करते हुए रामेश्वर शर्मा ने कहा कि 'यह सरकार की दुर्भावना है. एक तो सरकार ही मिलावटी है जो विभिन्न दलों से बनी हुई है. सरकार मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करना चाहती.'
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, 'सरकार दुर्भावना से उन प्रतिष्ठानों को केंद्र बिंदु बनाना चाहती है जो प्रतिष्ठान बीजेपी या संघ वालों से या तो हिंदुत्व विचारधारा के जो लोग काम करते हैं. लोगों में दहशत पैदा करके धन वसूलने की तैयारी है सरकार मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करना चाहती.'
उपाध्यक्ष रामेशवर शर्मा ने सवाल उठाते हुए कहा, 'अभी तक कितने हकीम होटलों के खिलाफ कार्रवाई की? वहां क्या-क्या मिल रहा है? केवल जानबूझकर के हिंदू प्रतिष्ठानों या हिंदूवादी संगठनों में काम करने वालों को बदनाम करने की साजिश है. सरकार वैसे ही कार्रवाई कर रही है जैसे पाकिस्तान करता है हिंदुस्तान के खिलाफ.'
दरअसल बीजेपी विधायक ने ये आरोप मिलावटखोरों के खिलाफ हो रही कार्रवाई के दौरान बीजेपी और संघ से जुड़े 2 लोगों पर हुई कार्रवाई के कारण लगाए हैं. आपको बता दें कि 30 जुलाई को उज्जैन में जिला प्रशासन की टीम ने कीर्तिवर्धन केलकर की फैक्ट्री से 800 किलो नकली घी और उसे बनाने का सामान बरामद किया था. इसके बाद केलकर के खिलाफ रासुका की कार्रवाई करते हुए उसे जेल भेज दिया गया.
बताया जा रहा है कि केलकर का परिवार संघ विचारधारा से जुड़ा है. वहीं मुरैना के अंबाह में कार्रवाई करते हुए बीजेपी के स्थानीय नेता साधु सिंह राठौर के भाई राजकुमार राठौर के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है. अब बीजेपी भले ही सरकार की इस कार्रवाई को हिंदू या बीजेपी विरोधी बता रही है लेकिन सरकार ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि मिलावटी कोई भी हो बख्शा नहीं जाएगा.
कमलनाथ सरकार के मंत्री ने उल्टा बीजेपी पर मिलावटखोरों को समर्थन करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि 15 सालों की शिवराज सरकार ने मिलावटखोरों को बढ़ावा दिया लेकिन अब कमलनाथ सरकार उनकी धरपकड़ कर रही है. 'आजतक' से बात करते हुए सूबे के विधि मंत्री पीसी शर्मा ने कहा, '15 सालों तक बीजेपी की सरकार रही उस वक्त उन्होंने कार्रवाई की होती तो हमें आज नहीं करनी पड़ती. उज्जैन में संघ से जुड़े लोग पकड़े गए, मुरैना में बीजेपी नेता का भाई पकड़ा गया तो इन लोगों को 15 सालों से संरक्षण कौन दे रहा था?'
मध्यप्रदेश में बीते कुछ दिनों के दौरान कई अलग-अलग शहरों में कार्रवाई करते हुए करीब 1600 से ज्यादा दूध और उससे बने उत्पादों और खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए जा चुके हैं जिनकी रिपोर्ट लैबोरेटरी से आने के बाद संबंधित धाराओं में मामले दर्ज किए जा रहे हैं. वहीं उज्जैन के बाद ग्वालियर में भी मिलावटखोर व्यापारी के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की गई है.

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