कांग्रेस ने मोदी सरकार पर साधा निशाना, कहा- निजी समूहों को पहुंचाया जा रहा फायदा
कांग्रेस ने मोदी सरकार पर अडानी समूह को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया है. कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने रविवार को कहा कि मोदी सरकार 25 हवाई अड्डों को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी कर रही है. देश में 123 हवाई अड्डे हैं, इनमें से 5 को अडानी समूह को दिए गए हैं.
पवन खेड़ा ने कहा कि यूपीए सरकार में GMR को दिल्ली और मुंबई दोनों हवाई अड्डों का ठेका मिला था, लेकिन हमने उन्हें केवल एक ही एयरपोर्ट दिया था. नीति आयोग की अनुशंसा थी कि एक कंपनी को दो से ज्यादा एयरपोर्ट न दिए जाएं, लेकिन मोदी सरकार में इसे दरकिनार कर दिया गया.
पवन खेड़ा ने केंद्र सरकार पर हवाई अड्डों को निजी हाथों को दिए जाने में गड़बड़ी का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि 25 हवाई अड्डे निजी हाथों में सौंपने की तैयारी है. उन्होंने कहा कि पिछले हफ्ते एक संशोधन विधेयक आया जिसके जरिए एक निश्चित राशि के बदले हवाई अड्डों से सरकारी नियंत्रण खत्म हो जाएगा.
कांग्रेस ने कहा कि यात्रियों से अब एविएशन सिक्युरिटी फी ली जाएगी जो डेढ़ गुना है. उन्होंने आरोप लगाया कि अनुभव के पैमाने की अनुशंसा को भी दरकिनार कर दिया गया. उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा से जुड़े नियम और अनुषंसाओं को दरकिनार किया गया. हम इस मुद्दे को सदन में भी उठाएंगे.
वहीं कर्नाटक में स्पीकर रमेश कुमार द्वारा कांग्रेस के 11 और जेडीएस के 3 बागी विधायकों को अयोग्य करार दिए जाने को पवन खेड़ा से उचित करार दिया. उन्होंने कहा कि स्पीकर ने जो किया सही किया. कर्नाटक में जो हो रहा है वो देश देख रहा है. बीजेपी की असलियत सामने आ गई है.
कश्मीर को प्रयोगशाला न बनाएं
पवन खेड़ा ने कश्मीर मसले पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि कश्मीर नाजुक दौर से गुजर रहा है. बड़े छोटे सभी पार्टियों से बात करके कोई कदम उठानी चाहिए. उसे प्रयोगशाला नहीं बनाना चाहिए.
आरटीआई को किया जा रहा कमोजर
पवन खेड़ा ने सूचना के अधिकार कानून पर शरद पवार के उस बयान का भी जिक्र किया जिसमें उन्होंने कहा था कि RTI पर सवार हो कर कई लोग सरकार में आए. लेकिन एक बार भी कांग्रेस या यूपीए के किसी नेता ने आरटीआई को कमजोर करने की बात नहीं की. वोट के अधिकार के बाद दूसरा सबसे मजबूत हथियार RTI था.
पवन खेड़ा ने कहा कि शरद पवार ने बिल्कुल सही कहा है. नीयत में खोट है. इसीलिए RTI को कमजोर किया जा रहा है. दरअसल RTI नहीं जनता को कमजोर किया जा रहा है. यही बात राहुल गांधी ने ट्वीट में कही.