हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड में इस मंत्र से विधानसभा चुनाव जीतेगी बीजेपी!

इस साल के अंत में होने वाले हरियाणा, झारखंड और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने बड़ी जीत का प्लान बनाया है. सभी में 75 फीसदी से अधिक सीटें जीतने का टारगेट है. ताकि जीत के साथ रिकॉर्ड भी बने. इन तीनों राज्यों में बीजेपी की सरकार है. हरियाणा में पार्टी सबसे मजबूत स्थिति में है. यहां मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस का संगठन तक नहीं है जबकि इंडियन नेशनल लोकदल दो फाड़ हो गई है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह इन राज्यों के पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर चुके हैं. इन राज्यों बीजेपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर ही चुनाव लड़ेगी. रणनीति ये है कि दूसरे दलों के बड़े नेताओं को अपने पाले में किया जाए.

इसलिए बीजेपी नेताओं का हौसला बुलंद

हरियाणा, झारखंड और महाराष्ट्र में 72 लोकसभा सीटें हैं. 2019 के चुनाव में इनमें से एनडीए (बीजेपी और उसके सहयोगी दल) 63 सीटें जीतने में कामयाब हुए थे. हरियाणा में तो सभी 10 सीटें बीजेपी की झोली में आईं. इतनी बंपर जीत की वजह से बीजेपी के पदाधिकारियों और उनके कार्यकर्ताओं का हौसला बुलंद है. इस समय बीजेपी की गणित और केमिस्ट्री दोनों मजबूत है. इन राज्यों में बीजेपी खासतौर पर किसानों पर फोकस कर रही है. इनसे जुड़ी योजनाओं का लाभ दिला रही है ताकि लोकसभा की तरह लोग विधानसभा चुनाव में भी पार्टी को वोट दें. किसान सम्मान निधि का सबसे ज्यादा फायदा बीजेपी शासित राज्य ही उठा रहे हैं.
हरियाणा में बीजेपी ने 75 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है
यहां विधानसभा की 90 सीटें हैं. लोकसभा चुनाव का विधानसभावार विष्लेषण किया जाए तो बीजेपी सिर्फ 11 सीटों पर ही अन्य पार्टियों से पीछे थी. ये 11 सीटें जाट एवं मुस्लिम बहुल क्षेत्रों की थीं. अब पार्टी मेवात के मुस्लिम नेताओं को पार्टी में शामिल कर रही है. ताकि मेवात की भी सभी विधानसभा सीटों में पकड़ मजबूत हो. यहां पर पार्टी ने 75 प्लस का नारा दिया है. इस समय बीजेपी के पास 48 सीट है. सितंबर-अक्टूबर में चुनाव होने की संभावना है. मुख्यमंत्री अब नाराज कर्मचारी संगठनों से बातचीत कर रहे हैं. सभी विधानसभा क्षेत्रों में रैली कर रहे हैं. किसानों पर खास फोकस है. कोशिश ये है कि कोई भी वर्ग नाराज न रहे. दूसरे दलों से बीजेपी में आने के इच्छुक नेताओं का दिल खोलकर स्वागत किया जा रहा है.
झारखंड में बीजेपी ने 65 से ज्यादा सीटें का लक्ष्य रखा
यहां विधानसभा की 81 सीट हैं. पार्टी ने 65 प्लस सीटें जीतने का नारा दिया है. झारखंड में 14 लोकसभा सीट हैं. जिनमें से एनडीए 12 (बीजेपी 11 और ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन एक) सीट जीतने में कामयाब हुई थी. लोकसभा चुनाव परिणाम का विधानसभावार विष्लेषण करें तो बीजेपी ने 57 और उसकी सहयोगी पार्टी 6 सीटों पर अन्य पार्टियों से आगे थी. इसलिए विधानसभा चुनाव में बीजेपी की सीट पाने के दावेदार अन्य पार्टियों से अधिक हैं. इस साल नवंबर-दिसंबर में चुनाव संभव है.
महाराष्ट्र में बीजेपी का चेहरा हैं देवेंद्र फड़नवीस
यहां विधानसभा की 288 सीट हैं. बीजेपी ने 220 प्लस सीटें जीतने का नारा दिया है. यहां की 48 लोकसभा सीट में से बीजेपी ने 23 और शिवसेना ने 18 सीटें जीती थीं. अन्य पार्टियों के हिस्से सिर्फ सात सीट आई थी. इसका विधानसभावार विष्लेषण करें तो बीजेपी-शिवसेना महाराष्ट्र की 229 सीटों (बीजेपी 124, शिवसेना 105) पर अपने विरोधियों से आगे थी. इस साल सितंबर-अक्टूबर तक चुनाव संभव है.

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