राजस्थान विधानसभा में गूंजा पुलिस हिरासत में अनुसूचित जाति के युवक की मौत का मामला, भााजपा का वॉकआउट
पुलिसकर्मियों द्वारा उसकी भाभी को प्रताड़ित करने का मामला सोमवार को विधानसभा में गूंजा। राज्य सरकार की ओर से संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि इस मामले में कार्रवाई में कोई कोताही नहीं हुई है और मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए जा चुके हैं। वहीं भाजपा के विधायकों ने सरकार के जवाब पर असंतोष जताते हुए बहिर्गमन किया।
भाजपा ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए इस मुद्दे को उठाया। इस पर सरकार की ओर से जवाब देते हुए धारीवाल ने कहा कि इस मामले में सरदारशहर थाने के तत्कालीन थानाधिकारी सहित आठ पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जा चुका है जबकि बाकी स्टाफ के 19 लोगों को लाइन हाजिर किया जा चुका है।
धारीवाल ने मामले में किसी तरह की लापरवाही के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कोई लापरवाही नहीं हुई है। उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने मामले की सीबीआई जांच कराने, आरोपी पुलिस वालों को गिरफ्तार करने आदि की मांग उठाई।