महिलाओं की अनूठी पहल ने बुझाई 78 गांवों की प्यास, PM मोदी ने भी की तारीफ

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में जामक और जखोल गांव की महिलाओं ने सामुदायिक जल प्रबंधन की अनूठी मिसाल पेश की है. महिलाओं की इस पहल से दोनों गांवों के करीब 78 परिवारों को पीने का पानी मिल रहा है. ये महिलाएं जल स्रोत का रिचार्ज बढ़ाने के लिए पिछले दो वर्षों से कैचमेंट एरिया में पौधरोपण भी कर रही हैं. आपको बता दें कि इन महिलाओं को पेयजल योजना तैयार करने के लिए रिलायंस फाउंडेशन ने जरूरी सामान और तकनीकी ज्ञान मुहैया कराया है. महिलाओं के इन प्रयासों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम में भी सराहा है.
मालूम हो कि सन् 1991 में आए विनाशकारी भूकंप के दौरान जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से 15 किलोमीटर दूर जामक गांव चर्चा में आया था, तब गांव में 76 ग्रामीणों की मौत हो गई थी. साथ ही गांव में पानी का संकट भी बढ़ गया था. इसे देखते हुए पेयजल निगम ने गांव के लिए जामक गदेरे से पेयजल लाइन बिछाई, जो वर्ष 2006 के बाद हर बरसाती गदेरे में उफान आने के कारण क्षतिग्रस्त होती चली गई, जिससे ग्रामीणों को पेयजल संकट से जूझना पड़ा. वहीं वर्ष 2016-17 में रिलायंस फाउंडेशन को ग्रामीणों की समस्याओं के बारे में पता किया.
 

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