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बजट जारी होने से 2 दिन पहले होता है ये काम
By
Haribhoomi
03-Jul-2019

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 5 जुलाई को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पूर्ण बजट पेश करेंगी। बजट को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और बजट प्रतियों की छपाई भी जारी है। इसके अलावा भी कई काम होते हैं जिसकी वजह से वित्त मंत्रालय में एक माहौल बना रहता है। इससे पहले मोदी सरकार ने लोकसभा चुनाव से पहले 1 फरवरी को अपना अंतरिम बजट पीयूष गोयल द्वारा पेश किया गया है। एक तरह से यह मोदी सरकार का पूर्ण बजट ही माना गया था। इस बार जो बजट पेश होगा उसमें व्यापारियों को बड़ा तोहफा दिया जा सकता है।
पहली बार देश का आम बजट महिला वित्त मंत्री द्वारा पेश किया जाएगा। ऐसे में सभी के जहन में एक सवाल होगा कि आखिर बजट के जारी होने से दो से तीन दिनों तक वित्त मंत्रालय में कैसा माहौल रहता है। वैसे हलवा सेरेमनी से ही वित्त मंत्रालय का नॉर्थ ब्लॉक पूरी तरह से एक किले में तब्दील हो जाता है। मीडिया और अन्य बाहरी मेहमानों के मंत्रालय में एंट्री नहीं मिलती है। एक नोटिस जारी होने के बाद नॉर्थ ब्लॉक में कर्मचारियों के निजी ई-मेल पर रोक लग जाती है।
इतना ही नहीं वित्त मंत्रालय में सुरक्षा दोगुनी कर दी जाती है। सीआईएसएफ, दिल्ली पुलिस और खुफिया विभाग के अधिकारी तैनात कर दिए जाते हैं ताकि बजट से जुटी जानकारियों लीक ना हो जाएं। इन लोगों की टीम बजट बनाने वाले अधिकारियों को पैनी नजर रखती है। इनके रूम के अंदर जैमर लगा दिए जाते हैं। उन्ही लोगों को एंट्री मिलती है जो मंत्रालय में जरुरी काम से आते हैं स्पेशली नॉर्थ ब्लॉग के लिए।
हर बार बजट बनाने की जिम्मेदार वित्त मंत्री के ऊपर होती है। उन्ही की देख रेख में देश का महत्वपूर्ण बजट तैयार होता है। इस काम में केवल वित्त मंत्री ही नहीं उनके साथ उनकी टीम होती है। जिनके हाथों में बजट बनाने की जिम्मेदारी होती है। वित्त मंत्री के अलावा वित्त राज्यमंत्री, मुख्य आर्थिक सलाहकार, अतिरिक्त वित्त सचिव, वित्त सचिव, टाइपराइटर, कंप्यूटर चलाने वाले आदि 100 लोगों की टीम होती है जो देश का सबसे अहम बजट तैयार करती है।
इस बार कौन कर रहा बजट तैयार
हर साल बजट बनाने के लिए अलग टीम हो सकती हैं क्योंकि कभी किसी अधिकारी का तबादला हो जाए या फिर वो रिटायर हो जाए। ऐसे में बजट की प्रक्रिया में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन, अगुवा वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग, वित्त सचिव गिरीश चंद्र मुर्मू, राजस्व सचिव अजय भूषण पांडेय, दीपम के सचिव अतनु चक्रवर्ती और वित्तीय सेवा सचिव राजीव कुमार जैसे एक्सपर्ट शामिल हैं। जो इस बार मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला अहम बजट पेश करेंगे जो पांच सालों तक विकास दर को ऊपर उठाने में भी अहम योगदा देगा।
ऐसे तैयार होता है बजट
देश का बजट बहुत ही अहम और महत्वपूर्ण होता है जिसे इंटेलिजेंस की नजर में तैयार किया जाता है। इस वित्त मंत्रालय का बजट विभाग तैयार करता है। जिसमें 100 लोगों की टीम शामिल होती है। इसमें वित्त मंत्री, उनसे सभी अहम अधिकारी, कंप्यूटर्स एक्सपर्ट, टाइपिस्ट शामिल होते हैं। इस लोगों को बजट की छपाई से 2 से 3 हफ्ते नॉर्थ ब्लॉक ऑफिस कैद कर दिया जाता है।
जानें बजट से दो दिन पहले का काम
अक्सर लोगों की रुचि रहते हैं कि आखिर बजट पेश होने के 2 से 3 दिनों तक वित्त मंत्रालय में कैसा महौल रहता है। मंत्रालय में बजट विभाग और नॉर्थ ब्लाक सबसे ज्यादा हलचल वाला इलाका होता है। इसके अलावा वित्त मंत्री के बजट पेश वाले दस्तावेजों को प्रेस इन्फॉरमेशन ब्यूरो द्वारा अन्य भाषाओं से तैयार किया जाता है। दो दिन पहले प्रेस रिलीज की कॉपियों को तैयार किया जाता है। जिन्हें बजट पेश होने के बाद मीडिया के लिए रिलीज कर दिया जाता है। 4 जुलाई को मुख्य आर्थिक सलाहाकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश करेंगी और फिर 5 जुलाई को बजट पेश करेंगी।
पहली बार देश का आम बजट महिला वित्त मंत्री द्वारा पेश किया जाएगा। ऐसे में सभी के जहन में एक सवाल होगा कि आखिर बजट के जारी होने से दो से तीन दिनों तक वित्त मंत्रालय में कैसा माहौल रहता है। वैसे हलवा सेरेमनी से ही वित्त मंत्रालय का नॉर्थ ब्लॉक पूरी तरह से एक किले में तब्दील हो जाता है। मीडिया और अन्य बाहरी मेहमानों के मंत्रालय में एंट्री नहीं मिलती है। एक नोटिस जारी होने के बाद नॉर्थ ब्लॉक में कर्मचारियों के निजी ई-मेल पर रोक लग जाती है।
इतना ही नहीं वित्त मंत्रालय में सुरक्षा दोगुनी कर दी जाती है। सीआईएसएफ, दिल्ली पुलिस और खुफिया विभाग के अधिकारी तैनात कर दिए जाते हैं ताकि बजट से जुटी जानकारियों लीक ना हो जाएं। इन लोगों की टीम बजट बनाने वाले अधिकारियों को पैनी नजर रखती है। इनके रूम के अंदर जैमर लगा दिए जाते हैं। उन्ही लोगों को एंट्री मिलती है जो मंत्रालय में जरुरी काम से आते हैं स्पेशली नॉर्थ ब्लॉग के लिए।
हर बार बजट बनाने की जिम्मेदार वित्त मंत्री के ऊपर होती है। उन्ही की देख रेख में देश का महत्वपूर्ण बजट तैयार होता है। इस काम में केवल वित्त मंत्री ही नहीं उनके साथ उनकी टीम होती है। जिनके हाथों में बजट बनाने की जिम्मेदारी होती है। वित्त मंत्री के अलावा वित्त राज्यमंत्री, मुख्य आर्थिक सलाहकार, अतिरिक्त वित्त सचिव, वित्त सचिव, टाइपराइटर, कंप्यूटर चलाने वाले आदि 100 लोगों की टीम होती है जो देश का सबसे अहम बजट तैयार करती है।
इस बार कौन कर रहा बजट तैयार
हर साल बजट बनाने के लिए अलग टीम हो सकती हैं क्योंकि कभी किसी अधिकारी का तबादला हो जाए या फिर वो रिटायर हो जाए। ऐसे में बजट की प्रक्रिया में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन, अगुवा वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग, वित्त सचिव गिरीश चंद्र मुर्मू, राजस्व सचिव अजय भूषण पांडेय, दीपम के सचिव अतनु चक्रवर्ती और वित्तीय सेवा सचिव राजीव कुमार जैसे एक्सपर्ट शामिल हैं। जो इस बार मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला अहम बजट पेश करेंगे जो पांच सालों तक विकास दर को ऊपर उठाने में भी अहम योगदा देगा।
ऐसे तैयार होता है बजट
देश का बजट बहुत ही अहम और महत्वपूर्ण होता है जिसे इंटेलिजेंस की नजर में तैयार किया जाता है। इस वित्त मंत्रालय का बजट विभाग तैयार करता है। जिसमें 100 लोगों की टीम शामिल होती है। इसमें वित्त मंत्री, उनसे सभी अहम अधिकारी, कंप्यूटर्स एक्सपर्ट, टाइपिस्ट शामिल होते हैं। इस लोगों को बजट की छपाई से 2 से 3 हफ्ते नॉर्थ ब्लॉक ऑफिस कैद कर दिया जाता है।
जानें बजट से दो दिन पहले का काम
अक्सर लोगों की रुचि रहते हैं कि आखिर बजट पेश होने के 2 से 3 दिनों तक वित्त मंत्रालय में कैसा महौल रहता है। मंत्रालय में बजट विभाग और नॉर्थ ब्लाक सबसे ज्यादा हलचल वाला इलाका होता है। इसके अलावा वित्त मंत्री के बजट पेश वाले दस्तावेजों को प्रेस इन्फॉरमेशन ब्यूरो द्वारा अन्य भाषाओं से तैयार किया जाता है। दो दिन पहले प्रेस रिलीज की कॉपियों को तैयार किया जाता है। जिन्हें बजट पेश होने के बाद मीडिया के लिए रिलीज कर दिया जाता है। 4 जुलाई को मुख्य आर्थिक सलाहाकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश करेंगी और फिर 5 जुलाई को बजट पेश करेंगी।
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