बेरोजगारी के आंकड़ों पर सरकार का यू-टर्न!, कहा-यह पूरा सच नहीं

बीते कुछ महीनों से भारत में बेरोजगारी के आंकड़ों को लेकर बहस छिड़ी हुई है. हाल ही में केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने बेरोजगारी के आंकड़े जारी किए हैं. इन आंकड़ों में बताया गया कि देश में बेरोजगारी दर 45 साल के उच्‍चतम स्‍तर पर है. सीएसओ की रिपोर्ट को सरकार ने भी स्‍वीकार किया था लेकिन अब संसद में श्रम मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संतोष गंगवार ने इन आंकड़ों को भ्रामक बताया है.
दरअसल, सोमवार को संसद में प्रश्‍नकाल के दौरान कांग्रेस के लोकसभा सदस्‍य अदूर प्रकाश ने देश में बेरोजगारी की ऊंची दर के बारे में सवाल पूछा. इसी सवाल के जवाब में गंगवार ने कहा कि बेरोजगारी दर पर आ रही रिपोर्ट पूरी तरह से सच नहीं है. श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने कहा, '' ये सब भ्रामक बात है. रोजगार सृजन सरकार की प्राथमिकता है.'' गंगवार ने इसके साथ ही यह भी कहा कि सरकार जल्‍द ही बेरोजगारी दर के आंकड़े पेश करेगी.
गंगवार ने बताया कि प्रधानमंत्री की रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) की वजह से 31 मार्च 2019 तक 5,86,728 रोजगार दिए  गए. गंगवार के मुताबिक प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाय) के तहत 31 मार्च तक 18.26 करोड़ लोन बांटे गए हैं. उन्‍होंने आगे बताया कि प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्‍साहन योजना के तहत सरकार ने नियोक्‍ता के पूर्ण ईपीएफ और पेंशन स्‍कीम के तहत योगदान का भुगतान किया है. इसके तहत 16 जून 2019 तक 1.21 करोड़ लाभार्थियों को लाभ पहुंचाया गया है.
इससे पहले केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के आधिकारिक आंकड़ों में बताया गया कि शहरी क्षेत्र में रोजगार की चाहत रखने वाले 7.8 फीसदी युवा बेरोजगार हैं, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में यह आंकड़ा 5.3 फीसदी है. देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की संवृद्धि दर वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में 5.8 फीसदी रही जोकि पिछले पांच साल में सबसे कम है.

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