गोल्डन जुबली के बहाने लौटी गढ़वाल कमिश्नरी की रौनक, जानिए.

पृथक उत्तराखंड राज्य बनने के बाद पहली बार मंडल पौड़ी स्थित कमिश्नरी की खोई चमक लौट आई। पचास साल पूरे होने पर आयोजित गोल्डन जुबली समारोह में कमिश्नरी में ऐसी रौनक थी, जैसी उत्तर प्रदेश के समय हुआ करती थी। कमिश्नरी के आगे वाहन की कतार लगी थी, तो पूरा माहौल 'सरकार जनता के द्वार' जैसा लग रहा था। सभी के मन में यही था कि काश मुख्यालय में यूं ही हलचल रहती और कमिश्नरी का रुतबा या यूं कहें गढ़वाल की राजधानी सही मायने में यहीं से संचालित होती।   
 इस बार सरकार ने नई पहल करते हुए कमिश्नरी के पचास साल पूरे होने के उपलक्ष्य में सुनैरु गढ़वाल गोल्डन जुबली मनाए जाने का निर्णय लिया। इसके लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां भी की गई। इस दौरान यहां कैबिनेट की बैठक भी आयोजित की गई थी उम्मीदों को भी पंख लगने लगे। जो नजारा यहां गोल्डन जुबली के मौके पर देखने को मिला, वह आयोजन को लेकर दिखा हो या फिर आगे मंडल मुख्यालय पौड़ी के दिन बहुरने के संकेत दे गया हो। इस बारे में कुछ कहना जल्दबाजी होगी लेकिन जो रौनक मंत्रियों, अधिकारियों, आम जनमानस की यहां देखने को मिली, उसने सबको उत्तर प्रदेश के जमाने की कमिश्नरी याद जरुर दिला दी। 

More videos

See All