वर्दी के नाम पर कलंक बन चुके लोगों की विभाग में कोई जगह नहीं- सीएम योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ने रविवार को आजमगढ़ में मंडलीय समीक्षा में अधिकारियों से पूछा कि आप के आस पास सारे संसाधन मौजूद हैं, पूरी छूट है और दावे के अनुसार आप सड़क पर ही रहते हैं तब भी अपराध की घटनाएं क्यों हो रही हैं. अपराध होने के बाद ही आपका ऐक्शन क्यों नहीं दिखता. किसी घटना का जब मीडिया ट्रायल शुरू हो जाता है, उसके बाद ही आपका एक्शन क्यों दिखता है.
रविवार को आजमगढ़ मंडल की समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन पुलिसकर्मियों की अपराधियों से सांठगांठ है, अभियान चलाकर उनको चिन्हित करें. वर्दी के नाम पर कलंक बन चुके लोगों की विभाग में कोई जगह नहीं है. उन्होंने कहा कि चौकीदार सूचनाएं देकर अपराध को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. हर पखवाड़े इनके साथ बैठक करें, प्रधानों और अन्य जनप्रतिनिधियों से भी लगातार संवाद बनाए रखें. लोकतंत्र में समस्याओं के हल का सबसे प्रभावी जरिया है संवाद. लूट होने पर संबंधित थाने के बीट सिपाही से लेकर अन्य पुलिसकर्मियों की जवाबदेही तय करें.
मुख्यमंत्री ने जेलों को अपराधियों के आराम और अपराध संचालन का अड्डा बनने पर नाराजगी जताई. उन्होंने निर्देश दिया कि ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें. आंकड़े नहीं जनता के भरोसे को कानून-व्यवस्था का पैमाना बनाएं, इस भरोसे से ही जनता में सकारात्मक संदेश जाता है. महिलाओं और मासूम बच्चियों से दुष्कर्म की घटनाओं को कड़ाई से रोकने का निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि रेंज स्तर पर ऐसे टॉप टेन अपराधियों की सूची बनाकर उनके खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करें, ऐसे मामलों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाएं मजबूती से पैरवी कर दो महीने में उन को अधिकतम सजा दिलवाएं, ऐसा करने से ऐसी मानसिकता के अन्य अपराधी भी भयभीत होंगे. रोक के बावजूद मऊ जनपद में नीली और लाल बत्ती के प्रयोग और स्टैंड के नाम पर हो रही वसूली पर सीएम ने नाराजगी जताई. इसके साथ ही वाहन पर बत्ती लगाने और बाइकर्स गैंग के खिलाफ अभियान चलाने का भी निर्देश दिया.