मोदी के मंत्रीमंडल में शपथ लेने नरेंद्र सिंह तोमर और प्रहलाद पटेल के पास आया फोन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दूसरी बार शपथ लेने जा रहे हैं। उनके संभावित मंत्रीमंडल में मध्य प्रदेश से मुरैना से चुनाव जीते नरेंद्र सिंह तोमर और दमोह से प्रहलाद पटेल शपथ ले सकते हैं। बताया जा रहा है कि दोनों के पास पीएमओ से फोन से जानकारी दे दी गई है। लोकसभा चुनाव में मप्र ने भाजपा ने 29 में से 28 सीटें मिली हैं। 16वीं लोकसभा में प्रदेश से चार मंत्री थे। 
नरेंद्र सिंह तोमर मोदी के पहले कार्यकाल में भी मंत्री रह चुके हैं। उनके पास ग्रामीण विकास और कोयला मंत्रालय था। वहीं दमोह से सांसद प्रहलाद पटेल अटल बिहारी वाजपेयी के नेत्तृव में बना एनडीए सरकार में मंत्री रह चुके हैं। 16वीं लोकसभा में मप्र से चार मंत्री सुषमा स्वराज, नरेंद्र सिंह तोमर, थावरचंद गेहलोत और वीरेंद्र कुमार (राज्यमंत्री) थे। 
नरेंद्र सिंह तोमर : तोमर इस बार मुरैना से सांसद चुने गए है। तोमर का जन्म मुरैना जिले के ओरेठी गांव में 12 जून 1957 को हुआ था। उनके पिता किसान थे। नरेंद्र की स्कूलिंग मुरैना में हुई। कॉलेज की पढ़ाई करने ग्वालियर चले गए. ग्वालियर में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की। अखिल भारतीय परिषद में शामिल हो गए। फिर कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए। पहला चुनाव ग्वालियर नगर निगम में पार्षद का लड़ा और जीते। भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रहे। 1998 में ग्वालियर से विधायक चुने गए। 2003 में वो दूसरी बार विधानसभा चुनाव लड़े और जीते फिर प्रदेश सरकार में मंत्री बनाए गए। 2008 में वे मध्य प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष भी रहे। 
प्रहलाद पटेल: प्रहलाद पटेल को मध्य प्रदेश का जनता से जुड़ा नेता माना जाता है। पटेल का जन्म 28 जून 1960 को नरसिंहपुर जिले की गोटेगांव तहसील में हुआ था। करीब डेढ़ दशक पहले पैदल नर्मदा यात्रा कर चुके हैं। अटल बिहारी वाजपेयी के नेत्तृव में बनी एनडीए सरकार में पटेल पहली बार मंत्री बने थे। अटलजी ने उन्हें कोयला मंत्रालय में राज्यमंत्री बनाया था। पटेल चार से बार से सांसद हैं। 2019 का चुनाव उन्होंने दमोह लोकसभा क्षेत्र से जीता है। 1999 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर मध्य प्रदेश के बालाघाट से लोकसभा का चुनाव जीता था। वे पेशे से अधिवक्ता हैं। वे असंगठित मजदूर संघ' के अध्यक्ष तथा बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं।

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