कांग्रेस की सियासत में उलझे मोहिंदर सिंह केपी, अब भाजपा ही बचा सकती है डूबती नैया
टिकट कटने के तीन सप्ताह बाद भी मोहिंदर सिंह केपी की सुनवाई पार्टी में नहीं हो रही है। जालंधर व होशियारपुर से कांग्रेस के उम्मीदवारों की घोषणा के बाद केपी के बार-बार विरोध दर्ज करवाने को भी पार्टी गंभीरता से नहीं ले रही है।
अलबत्ता पालिटिकल मर्डर होने के बाद गुस्से में आए केपी के तेवर भी अब ठंडे पड़ते नजर आ रहे हैं। यही वजह है कि अब केपी से कांग्रेसियों ने भी दूरी बनानी शुरू कर दी है। कांग्रेस की सियासत में उलझे केपी अगर एक-दो दिनों में इससे बाहर नहीं पाए तो पालिटिकल मर्डर का उनका बयान सच साबित हो जाएगा।