शिवसेना के मुखपत्र सामना में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार पर निशाना साधा हैं. सामना में लिखा है, 'शरद पवार अचानक शिव सैनिकों की भाषा में बोलने लगे हैं. जब वे मुख्यमंत्री थे तब शिवसेना की गुंडागर्दी को खत्म करने की बात करते थे. वे कहते थे कि गुंडागर्दी को किसी भी कीमत पर सहा नहीं जाएगा. लेकिन संकट के समय में शिव सैनिकों ने जिस भाषा का प्रयोग किया उसी भाषा का प्रयोग कर खोखली होती राष्ट्रवादी कांग्रेस को ऊर्जा देने का काम पवार ने किया.'
Vendetta politics, cries MNS ED works independently: Chief Minister Devendra Fadnavisशिवसेना ने लिखा है, 'कांग्रेस और राष्ट्रवादी में आसमान फटने के कारण रिसाव होने लगा है. भगदड़ और फूट जैसे शब्द कम पड़ जाएं ऐसा ‘रेला’ बाहर निकल रहा है. शरद पवार इस पर भी बोले हैं. उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा, ‘चिंता मत करो. जो उड़ गए वे कौवे थे!'