पीएम और शाह की नेतृत्व क्षमता ने जीता संघ का दिल, लखनऊ में होने वाली बैठक उड़ा सकती विपक्ष की नींद
लोकसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार बड़ी जीत हासिल करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की नेतृत्व क्षमता को लेकर संघ अब पूरी तरह आश्वस्त हो चुका है। चर्चा है कि अब संघ आने वाले समय के लिए मोदी और अमित शाह जैसी क्षमता वाले कार्यकर्ता तैयार करने में जुट गया है। संघ का मानना है कि देश को विश्व गुरु बनाने के लिए अगले 25 वर्षों तक केंद्र में ऐसे ही नेतृत्व वाली सरकार का होना आवश्यक है।
पिछले करीब एक महीने से देश केअलग-अलग स्थानों पर चल रहे संघ के कार्यक्रमों में आरएसएस के उच्च नेतृत्व की तरफ से इस तरह के संकेत कई बार दिए जा चुके हैं। इसी कड़ी में 29 जून को पहली बार कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र स्थित झांसी में संघ प्रमुख मोहन भागवत के नेतृत्व में संघ के पदाधिकारियों का योजन वर्ग लगने जा रहा है। इसमें यूपी के सभी प्रांतों के संघ पदाधिकारी शामिल होंगे।
27 से तीन दिन तक लखनऊ में संघ की एक विशेष बैठक
इस वर्ग में संघ की आगामी योजनाओं को अमलीजामा पहनाया जाएगा। योजन वर्ग तीन जुलाई तक चलेगा। संघ का योजन वर्ग अभी तक नागपुर (संघ मुख्यालय) में आयोजित किया जाता रहा है। पहली बार यह झांसी में होने जा रहा है। इससे साफ है कि संघ को उत्तर भारत से ज्यादा उम्मीदें हैं। मोदी और अमित शाह भी उत्तर भारत से ही आते हैं। इस बीच पता चला है कि इससे पहले 27 से तीन दिन तक संघ की एक विशेष बैठक लखनऊ में होने जा रही है।