बम धमाके में मारे गए चुनाव कर्मियों को मिलेंगे 30 लाख रुपये

चुनाव ड्यूटी के दौरान यदि किसी सरकारी की मौत हो गई हो तो उसे राज्य प्रशासन की तरफ से 15 लाख रुपये की मदद दी जाएगी।
अगर किसी कर्मचारी की मौत आतंकी हमलों, बम धमाकों, असामाजिक तत्वों के हमलों के कारण हुई होगी, तो उसे 30 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी।
अगर ड्यूटी के दौरान किसी का कोई अंग कट गया हो या फिर उसकी आंखों की रोशनी चली गई हो तो उसे साढ़े सात लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा।
अगर अंग असामाजिक तत्वों के हमलों के कारण कटा होगा तो मुआवजा 15 लाख रुपये दिया जाएगा। यह सहायता राशि राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी पीड़ित के परिजनों को देंगे। 

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