विपक्षी एकता के लिए सोनिया गांधी ने संभाला मोर्चा, 23 मई को बुलाई विपक्षी दलों की बैठक

लोकसभा चुनाव के नतीजों के ऐलान में अब सिर्फ एक हफ्ते का समय बचा है। ऐसे में गैर-एनडीए दलों ने केंद्र में गठबंधन सरकार के गठन के संभावनाओं पर काम करना शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने अब 21 मई के बजाय नतीजों वाले दिन यानी 23 को विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है। इसके लिए खुद यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी सक्रिय हुईं हैं और विपक्षी नेताओं को बैठक के लिए न्योता भेज दिया है। विपक्ष में सोनिया की 'सर्वमान्य छवि' है और इसी के मद्देनजर विपक्षी एकता के लिए उन्हें आगे आना पड़ा है। 
बैठक के लिए यूपीए के मौजूदा और पूर्व घटक दलों के अलावा तीसरे मोर्चे का हिस्सा समझे जाने वाले राजनीतिक दलों और नेताओं को भी न्योता भेजा गया है। बताया जाता है कि खासकर सोनिया गांधी और कांग्रेस की इस पहल के पीछे पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की कार्यशैली मुख्य वजह मानी जाती है।