अलवर सामूहिक दुष्कर्म प्रकरण: मोदी की घेराबंदी के बाद आज अलवर आएंगे राहुल गांधी, आक्रामक हुई भाजपा
राजस्थान के अलवर के थानागाजी क्षेत्र में पति को बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला अब राष्ट्रीय स्तर पर तूल पकड़ लिया है। विभिन्न राज्यों की चुनावी सभाओं में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई घेराबंदी के बाद भाजपा इस मामले में जहां आक्रमक है वहीं कांग्रेस बचाव की मुद्रा में है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार को पीड़ित परिवार से मिलने थानागाजी क्षेत्र में पहुंच रहे हैं। गहलोत सरकार पर 26 अप्रैल को हुई इस शर्मसार करने वाली घटना को चुनावी लाभ के लिए छुपाने का आरोप है।
राजस्थान में बेशक चुनाव संपन्न हो गए, लेकिन सातवें चरण के अंतिम चुनाव में कांग्रेस के लिए यह घटना गले की फांस बन गई है। यह बात अब लगभग पूरी तरह स्पष्ट हो चुकी है कि शर्मसार करने वाली इस वारदात को राजस्थान पुलिस इसलिए कई दिन छुपा कर बैठी रही ताकि 6 मई का चुनाव संपन्न हो जाए, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घेराबंदी के बाद कांग्रेस की मुश्किलेें बढ़ गई है।
राजनीतिक नुकसान से बचने के लिये राहुल गांधी बेशक यहां आ रहे हैं, लेकिन सातवें चरण में जिन सीटों पर लोकसभा चुनाव होने हैं वहां कांग्रेस को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। अंतिम चरण में जिन 59 सीटों पर चुनाव होने है, उनमें से दो तिहाई सीटों पर अनुसूचित जाति, अति पिछड़े व पिछड़े वर्ग की आबादी अधिक है। इनमे 17 सीटें आरक्षित है। माना जा रहा है कि सातवें चरण के चुनाव में अपनी पार्टी का प्रदर्शन मजबूत रखने के लिए ही राहुल गांधी ने अलवर का रुख किया है लेकिन भाजपा इस मुद्दे पर चुप बैठने की बजाय कांग्रेस की घेराबंदी तेज कर रही है। निर्भया कांड की तरह यह प्रकरण कांग्रेस के लिए किसी बड़ी आफत से कम नहीं है। भाजपा कह रही है कि खुद को अनुसूचित जाति की बड़ी पैरोकार बताती रही पार्टी का यही असली चेहरा है।