‘9 दिन में लौटेगा नेहरू काल’, लाइमलाइट में वापसी कर मणिशंकर अय्यर बोले- मैं उल्‍लू हूं पर…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपनी ‘नीच इंसान’ वाली टिप्‍पणी को दोहराकर सुर्खियों में आए कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने दावा किया है कि 9 दिन के भीतर सरकार बदल जाएगी. उन्‍होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनकी बातों को तोड़-मरोड़ कर इसलिए पेश किया जाता है क्‍योंकि कुछ लोग उनसे ‘नफरत’ करते हैं. अय्यर ने पत्रकारों को ‘मधुमक्‍खी’ बताते हुए कहा कि ‘आज मुझे बर्बाद करके कल किसी और फूल के पास पहुंच जाओगे.’
शिमला में बिताए गए बचपन की बातें करते हुए मणिशंकर अय्यर ने कहा, “मैं छह साल का था, जब जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री बने. जब उनका निधन हुआ तो मैं 23 साल का हो गया था तो मैं पला हूं उस राजनैतिक माहौल में. जो राजनैतिक भाषा है, उसको मैंने उस जमाने में सीखा था. कोई तुलना नहीं किया जा सकता है जवाहरलाल नेहरू के जमाने में और आज की जो सरकार है, उन्‍होंने जो माहौल बनाया है. मैं उम्‍मीद रखता हूं कि 9 दिन के अंदर सरकार बदलेगी और हम वापस पंडित नेहरू की जुबां तक पहुंच पाएंगे.”
अय्यर को याद आया वाजपेयी से जुड़ा किस्‍सा
मणिशंकर अय्यर ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और नेहरू के संबंधों का हवाला देते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्‍होंने कहा, “जब वाजपेयी जी संसद में पहली बार चुनकर आए थे तो सिर्फ 32 साल के थे. विपक्ष में थे. जनसंघ के कुल मिलाकर चार सदस्‍य थे. पंडित जी ने इस लड़के (अटल) को देखकर अपने साथियों से कहा कि शायद मेरी जगह एक प्रधानमंत्री के रूप में ये आ सकता है. रसगोत्रा साहब (महाराज कृष्ण रसगोत्रा) जो विदेश सचिव रहे हैं, उन्‍होंने अपनी आत्‍मकथा में लिखा है कि वे न्‍यूयॉर्क में पोस्‍टेड थे. जब वाजपेयी जी को संयुक्‍त राष्‍ट्र में भेजा गया तो पंडित जी ने खुद उनको संदेश भेजा कि मुझे लगता है कि इस लड़के में इतना पोटेंशियल है कि मैं चाहता हूं कि तुम इनको दुनिया के लीडर्स से मिलवाओ क्‍योंकि वो हमारे देश के लिए फायदेमंद होगा. मैं नहीं समझता हूं कि आज के प्रधानमंत्री या आज की मौजूदा सरकार विपक्ष के चुने हुए नेताओं के बारे में ऐसा कुछ सोचेगी.”
कांग्रेस नेता ने कहा, “आज ये सूरतेहाल है कि मीडिया का बहुत बड़ा हिस्‍सा सत्‍ता पक्ष के आगे दब गया है. मैं सावधान रहता हूं क्‍योंकि मैं पहले शिकार बना हूं. मुझे बहुत नुकसान पहुंचाया गया है. जो हो गया है, वो हो गया है. आप लोग मधुमक्‍खी जैसे हैं. जहां शहद हो, वहां पहुंच जाते हो. आज मुझको बर्बाद करके आप कल किसी और फूल पर पहुंच जाओगे.”
“मैं उल्‍लू हूं मगर…”
जब पत्रकारों ने लेख में कही गई बातों पर अय्यर ने कहा कि ”एक पूरा लेख है. आप उसकी एक पंक्ति चुनकर कहें कि अब इसपर बताइए. मैं तुम्‍हारे खेल में पड़ने को तैयार नहीं हूं. मैं उल्‍लू हूं, मगर इतना बड़ा उल्‍लू नहीं हूं.”
अय्यर ने कहा कि पूरे लेख पर चर्चा कराइए. उन्‍होंने कहा कि मैं जो भी कहता हूं उसका दुरुपयोग होता है. उन्‍होंने कहा, “कुछ लोग हैं जो मुझसे नफरत करते हैं. वे नफरत इसलिए करते हैं क्‍योंकि मैं सच बोलता हूं. मैं इन लोगों के बारे में सच बोलता रहूंगा.”

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