क्या बीजेपी से हाथ मिला लेंगी मायावती? अखिलेश यादव ने दिया ये जवाब

लोकसभा चुनाव के छठे चरण के मतदान खत्म होने के साथ ही सातवें चरण की जंग जीतने के लिए सभी राजनीतिक दलों ने अपना प्रचार अभियान तेज कर दिया है. आखिरी चरण में कुल 59 सीटों पर 19 मई को वोट डाले जाएंगे. परिणाम तो किसी को पता नहीं क्या आएगा? लेकिन यूपी के सत्ता के गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है. इसमें एक सवाल ये भी हवा में तैर रहा है कि चुनाव के बाद क्या मायावती एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ जा सकती हैं? इस मुद्दे पर एक निजी चैनल ने जब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से बात की तो उन्होंने बड़ा खुलासा किया.

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि गठबंधन का कोई भी साथी मोदी के साथ नहीं जाएगा. अखिलेश यादव ने कहा कि देश नया प्रधानमंत्री चाहता है और इसका फैसला 23 मई को होगा. जब अखिलेश यादव से मायावती के प्रधानमंत्री बनने पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि नया प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश से हो तो खुशी की बात है. उन्होंने कहा कि सबको पता है कि मैं किसके समर्थन में रहूंगा. लेकिन यह 23 मई के बाद तय होगा.

वहीं, अखिलेश यादव ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस खुद ही स्वीकार कर रही है कि जितने भी उन्होंने प्रत्याशी लड़ाए, वे सभी कमजोर हैं. कांग्रेस के लोग अपनी पार्टी को बनाने के लिए काम कर रहे हैं. अखिलेश ने कहा कि यह गठबंधन बीजेपी को रोकने के लिए बनाया गया है. बता दें इससे पहले अखिलेश यादव लगातार ट्वीट करके भी बीजेपी और कांग्रेस पर अपना निशाना साधते रहे हैं. हाल ही में उन्होंने ट्वीट कर बीजेपी पर हमला बोला था. उन्होंने ट्वीट किया कि छठे चरण के मतदान के बाद झूठ के बादल और जुमलों की काली घटाएं भी बीजेपी को जनता के रडार से नहीं बचा पा रही हैं.

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