कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष की बैठक को ममता की ना, माया-अखिलेश की चुप्पी

मतगणना से पहले विपक्ष को एकजुट रखने और राष्ट्रपति से मिलने की रणनीति सिरे चढ़ती नहीं दिख रही है। टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नतीजों से पहले विपक्षी दलों की बैठक को ना कह दिया है, वहीं बसपा प्रमुख मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने फिलहाल इस पर कोई जवाब नहीं दिया है। आंध प्रदेश के सीएम और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू इस बैठक के लिए विपक्षी दलों से संपर्क साधने में जुटे हैं। इस क्रम में उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, ममता सहित करीब डेढ़ दर्जन क्षेत्रीय दलों के नेताओं से संपर्क साधा है।
टीडीपी सूत्रों के मुताबिक बीते हफ्ते ममता ने नायडू के साथ मुलाकात में कहा कि चुनाव के नतीजे आए बिना इस तरह की बैठक में वह शिरकत नहीं करेंगी। दूसरी ओर अखिलेश और मायावती ने भी बैठक को लेकर नायडू को कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया। हालांकि एनसीपी, आरजेडी, डीएमके, जेडीएस सहित दर्जन भर क्षेत्रीय दल इसके लिए राजी हैं। कांग्रेस के नेतृत्व में प्रस्तावित इस बैठक में विपक्षी दलों के बीच एकजुटता बनाने और राष्ट्रपति से मिल कर किसी दल या गठबंधन को बहुमत न मिलने की स्थिति में बहुमत का परीक्षण किए बिना किसी को भी सरकार बनाने का निमंत्रण न देने का अनुरोध करने की रणनीति थी। इस क्रम में 21 या 22 मई को विपक्ष को एकजुट करने की रणनीति थी।

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