विरोध और आरोपों के बीच तय किया संघ प्रचारक से प्रधानमंत्री तक का सफर

देश के मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2019 में एक बार फिर सत्ता में वापसी के लिए जोर-आजमाइश कर रहे हैं. इस बार भी पीएम मोदी बीजेपी से अपनी पिछली संसदीय सीट वाराणसी से ही उम्मीदवार हैं. कभी अपने पिता के साथ वडनगर स्टेशन पर चाय बेचने वाले नरेंद्र मोदी ने कभी नहीं सोचा था कि वे एक दिन देश के प्रधानमंत्री भी बनेंगे.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ  के साथ प्रचारक के तौर पर जुड़े और फिर यहां से भारतीय जनता पार्टी के बाद उनका राजनीति में आने का रास्ता साफ हुआ. उनका ये सफर काफी लंबा और उतार-चढ़ाव भरा रहा.  2014 में देश के प्रधानमंत्री बनने से पहले उन्होंने गुजरात में 12 साल तक मुख्यमंत्री रहने के अलावा पार्टी में तमाम तरह की जिम्मेदारियों को निभाया. पीएम मोदी की छवि एक विकास पुरुष और बीजेपी के कर्णधार के तौर पर रही हैं, क्योंकि उन्हीं की वजह से पिछले चुनाव में एक दशक बाद बीजेपी की सत्ता में वापसी तय हो सकी थी. 

More videos

See All