LoksabhaElection: इस बार देरी से आ सकते हैं चुनाव परिणाम, पहली बार होने जा रहा है ये काम

 2019 लोकसभा चुनाव के पांच चरण पूरे हो चुके हैं. दो चरण के मतदान होना बाकी रह गया है. चुनाव आयोग ने मतगणना की तैयारियां भी शुरू कर दी हैं. आयोग ने मतगणना में इस बार पांच गुना अधिक वोटर वेरिफिएबल पेपर ट्रेल मशीन्स (VVPAT) मशीनों की पर्चियों के EVM के मतों से मिलान की तैयारी पूरी कर ली है.
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि ईवीएम (EVM) के मत और वीवीपैट की पर्ची असंगत पाए जाने पर वीवीपैट की पर्चियों की गणना को वैध माना जायेगा. गौरतलब है कि इस बार लोकसभा चुनाव में वीवीपैट की पर्ची से ईवीएम के मत का मिलान पहली बार किया जाएगा.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के तहत लागू इस व्यवस्था के अंतर्गत विधानसभा चुनाव में मतगणना के दौरान प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से एक मतदान केंद्र की वीवीपीएटी की पर्चियों का औचक मिलान किया जाता रहा है. शीर्ष अदालत के हाल में दिए गए आदेश के तहत अब लोकसभा चुनाव की मतगणना में भी प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में पांच मतदान केंद्रों की वीवीपैट की पर्चियों का ईवीएम के मतों से औचक मिलान किया जाएगा.
इस बार चुनाव रिजल्ट आने में चार घंटे की देरी हो सकती है. उपचुनाव आयुक्त सुदीप जैन पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि इस बार मतगणना में पांच गुना अधिक वीवीपैट की पर्चियों की गणना के कारण चुनाव परिणाम में कम से कम चार घंटे तक का विलंब हो सकता है.
आयोग ने सात चरणों के चुनाव के लिए देश में 10.35 लाख पोलिंग स्टेशन बनाए हैं जबकि 2014 के चुनावों में करीब 9.28 लाख स्टेशंस ही बनाए गए थे. इन चुनावों में करीब 39.6 लाख EVM और 17.4 लाख वोटर वेरिफिएबल पेपर ट्रेल मशीन्स (VVPAT) का इस्तेमाल किया जा रहा है. इनमें रिजर्व भी शामिल हैं.

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