मुख्यमंत्री ने फिर उठाई ओडिशा को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग

बीते शुक्रवार को आए चक्रवात फणि के कहर का मंजर अब तक प्रभावित जिलों में साफ देखा जा सकता है। एक तरफ जहां पुरी समुद्र तट पर सन्नाटा पसरा हुआ है। वहीं दूसरी ओर पुरी, भुवनेश्वर, कटक आदि शहर अभी तक अंधेरे में हैं। पानी की किल्लत लोगों की मुसीबत बनी हुई है, ऐसे में लोगों के मन में बस एक ही सवाल कौंध रहा है कि कब पूर्व की तरह स्वभाविक स्थिति होगी। पूर्व की स्थिति में लौटने में कितने दिन लगेंगे। चक्रवात फणि के तांडव के बाद अब तक मरने वालों की संख्या 38 तक पहुंच गई है, इसमें से पुरी, खुर्दा जिला में सर्वाधिक नुकसान हुआ है। जल एवं बिजली जैसी मौलिक सेवा कई जिलों में प्रभावित है। खासकर कटक, भुवनेश्वर में तो बुधवार को भी पानी एवं बिजली की समस्या बनी रही। केंद्र सरकार ने पहले से घोषित 341 करोड़ के अलावा और एक हजार करोड़, कुल 1341 करोड़ रुपये देने की घोषणा करने समेत आगे और भी सहायता राशि देने का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस बीच फिर एक बार विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग उठा दी है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि 2013 में फेलिन, 2014 में हुदहुद एवं 2018 में तितली तूफान के बाद 2019 में फणि जैसे चक्रवात राज्य की अर्थनीति को झकझोर कर रख दिया है। ऐसे में अब ओडिशा को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए। 

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