पश्चिम बंगाल में दांव पर है मोदी और ममता की साख: चुनाव 2019

पश्चिम बंगाल में पांचवें दौर में सोमवार को जिन सात सीटों पर मतदान हो रहा है वह सभी सीटें पिछली बार तृणमूल कांग्रेस ने जीती थी. इनमें हावड़ा ज़िले की दो सीटों के अलावा हुगली ज़िले की तीन और बांग्लादेश से सटे उत्तर 24-परगना ज़िले की दो सीटें शामिल हैं.
बीजेपी को उम्मीद है कि ख़ासकर बांग्लादेश से सटे इलाक़ों में नागरिकता (संशोधन) विधेयक और नेशनल रजिस्टर ऑफ़ सिंटीजंस यानी एनआरसी जैसे मुद्दे उसके सिर पर जीत का सेहरा बांध देंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह तक अपनी रैलियों में इन दोनों मुद्दों पर ज़ोर देते रहे हैं. दूसरी ओर, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इन सीटों पर अपनी पूरी ताक़त झोंक दी है.
इस दौर में उत्तर 24-परगना ज़िले में बांग्लादेश सीमा से सटी बनगांव सीट सबसे अहम है. इस सीट पर मतुआ समुदाय के वोट ही निर्णायक हैं. पिछली बार उसके उम्मीदवार कपिल कृष्ण ठाकुर जीत गए थे. इससे पहले वर्ष 2009 में भी यह सीट तृणमूल की ही झोली में गई थी. लेकिन बीते पांच वर्षों के दौरान भाजपा ने इस तबक़े के वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश की है.
इसी के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बीती फ़रवरी में मतुआ समुदाय की कुलमाता कही जाने वाली वीणापाणि देवी से मुलाक़ात कर उनका आशीर्वाद लिया था. लेकिन हाल में वीणापाणि देवी के निधन के बाद इस समुदाय में मतभेद नज़र आ रहे हैं. इस सीट के नतीजे ही बताएंगे कि भाजपा को मतुआ समुदाय में पैठ बनाने में कितनी कामयाबी मिली है.

More videos

See All