राजस्थान की 25 लोक सभा सीटों पर अकेले मुस्लिम उम्मीदवार

चुरु लोकसभा सीट से खड़े कांग्रेस के उम्मीदवार रफ़ीक मंडेलिया न सिर्फ़ राजस्थान, बल्कि उत्तर भारत के 7 प्रमुख राज्यों की कुल 91 लोकसभा सीटों पर किसी मुख्यधारा की राजनीतिक पार्टी द्वारा खड़े किए गए अकेले मुस्लिम प्रत्याशी हैं.
17वीं लोकसभा के गठन के लिए हो रहे इन आम चुनावों में खड़े किए गए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के प्रत्याशियों की लिस्ट पर नज़र डालते ही एक बात साफ़ हो जाती है.
दोनों की प्रमुख राष्ट्रीय पार्टियों ने मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे 7 महत्वपूर्ण उत्तर-भारतीय राज्यों की 91 लोकसभा सीटों पर किसी भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया.
राजस्थान के चुरु से कांग्रेस के टिकट पर खड़े हुए रफ़ीक मंडेलिया इसका एक मात्र अपवाद हैं.
दिल्ली से तक़रीबन 400 किलोमीटर दूर, चुरु लोकसभा सीट के सुजानगढ़ क्षेत्र में चल रही अपनी प्रचार रैलियों और चुनावी सभाओं के दौरान रफ़ीक मंडेलिया ने बीबीसी से विशेष बातचीत की.
राजस्थान की चुभती ग़र्मी और मई की कड़ी धूप होने के बावजूद उनकी सभाएं समर्थकों से भरी हुई थीं.
यहां ध्यान देने वाली बात है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में चुरु सीट से ही कांग्रेस के टिकट पर खड़े हुए मंडेलिया मात्र 1850 वोटों से हार गए थे.
लेकिन इस बार विकास, बिजली और पानी से जुड़े मुद्दों पर जनता से वोटों की अपील कर रहे मंडेलिया, आज समाज के हर तबके के समर्थन के साथ-साथ जीत का दावा भी कर रहे हैं.
बीबीसी से बातचीत में वह कहते हैं की उन्हें मुसलमानों के साथ साथ हिंदुओं का भी समर्थन मिल रहा है, "मैं अभी चुरु विधानसभा से लड़ा था तो 85 हज़ार वोट मिले थे. इसमें 55 हज़ार वोट हिंदू भाइयों के थे और तीस हज़ार मुसलमानों के. इसलिए मुझे एहसास नहीं होता हिंदू मुसलमान का. मैं बचपन से रहा ही हिंदू भाइयों के अंदर हूँ. मुझे हर समाज का समर्थन है."

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