जहां पिता ने दो आने की नौकरी की, उसी गांव में भारत मां की रक्षा के लिए वोट मांगने आया हूं: मनोहर लाल
जाटलैंड की रोहतक सीट के लिए भाजपा ने ताकत झाेंक दी है। सोमवार को सीएम मनोहर लाल अपने पैतृक गांव निंदाना पहुंचे। 3 पंचायतों वाले गांव के लोग उनके इंतजार में तेज धूप में 3 घंटे बैठे रहे। साल 1947 में बने जिस स्कूल में सीएम ने बचपन में पढ़ाई की, उसी से सटे ग्राउंड में मंच था। स्कूल के पास ही सीएम का पैतृक घर है। दोहपर 12:30 बजे सीएम के पहुंचने का कार्यक्रम था, पर वे 3:30 बजे पहुंचे। मंच पर पहुंचते ही उन्होंने सबसे पहले देरी के लिए माफी मांगी।
इसके बाद वे भावुक हो गए और चश्मा उतारकर आंसू पोंछते हुए बोले, ‘मुझे याद है इस गांव की मिट्टी। यहां की गलियां, जिनमें मैं पला-बढ़ा हूं। मेरे पिता यहां स्कूल निर्माण के समय दो आने रोजाना की मजदूरी करते थे। जब 5 रु. इकट्ठे हो जाते तो शहर से प्याज लाकर रेहड़ी पर बेचते थे। मैं आज उसी गांव में भारत माता की रक्षा के लिए वोट मांगने आया हूं। हमें जाति-पाति के भेदभाव को खत्म करना है। समूचे प्रदेश का समान विकास ही हमारी प्राथमिकता है।’