पीडीपी से नाराजगी भारी पड़ी, पिछले चार लोकसभा चुनावों में अब तक सबसे कम मतदान

आतंकवाद प्रभावित दक्षिणी कश्मीर का अनंतनाग जिला जो पीडीपी का गढ़ माना जाता है, लेकिन मतदाताओं ने जम्हूरियत महोत्सव में बेरुखी दिखाई। 2004 से अब तक के चार लोकसभा चुनावों में इस बार सबसे कम मतदाता घरों से बाहर निकले। जानकारों का मानना है कि पीडीपी के भाजपा के साथ मिलकर राज्य में सरकार बनाने से घाटी के मतदाता नाराज हैं। खासकर दक्षिणी कश्मीर के क्योंकि अनंतनाग पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद तथा महबूबा मुफ्ती की राजनीतिक कर्मभूमि रही है।
अनंतनाग लोकसभा सीट से महबूबा मुफ्ती वर्ष 2004 तथा 2014 में दो बार चुनाव जीती हैं। मुफ्ती मोहम्मद सईद तथा महबूबा मुफ्ती जिस विधानसभा बिजबिहाड़ा से प्रतिनिधित्व करती रही हैं वहां के मतदाताओं ने मात्र दो फीसदी मतदान किया। यहां सुबह 11 बजे तक तो मात्र एक फीसदी ही मतदान हुआ। यहां कुल 2.04 प्रतिशत वोट पड़े। 2009 व 2014 में इस सीट पर 35 प्रतिशत से अधिक वोट पड़े थे, जबकि 2004 में 3.36 प्रतिशत। 2008 व 2014 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर 55 प्रतिशत से अधिक मतदाता बूथों तक पहुंचे थे। बिजबिहाड़ा से लगते अनंतनाग विधानसभा सीट का भी यही हाल रहा। यहां लगभग चार फीसदी वोट पड़े। 2009 व 2014 के लोकसभा चुनाव में यहां क्रमश: लगभग 23.5 व 19.0 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2004 में साढ़े छह प्रतिशत। 
 

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