प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को निकालने के दिए निर्देश, चक्रवात जवाद निपटने हेतु एनडीआरएफ की टीमें है तैयार
बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवात 'जवाद' को लेकर पूरी सावधानियां बरती जा रही है इस चक्रवात से ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित होने की संभावना है।
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का एक क्षेत्र बन रहा है जो चक्रवात जवाद में बदल कर 3 दिसंबर की रात तक आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तट से टकरा सकता है।
चक्रवात से लैंडफॉल 4 दिसंबर की शाम और 5 दिसंबर की सुबह के बीच हो सकता है और इस दौरान हवा की गति 90-100 किमी प्रति घंटे से 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अधिकारियों के साथ बैठक की गई, इलाकों से फसें लोगों को सुरक्षित निकालने के निर्देश दिए गए और चक्रवात के बीच आंध्र प्रदेश में 65 ट्रेनें रद्द की गई, बिजली और टेलीफोन लाइनें भी बाधित रहेंगी।
एनडीआरएफ के महानिदेशक अतुल करवाल की जानकारी के अनुसार संवेदनशील इलाकों में एनडीआरएफ के 46 दल तैनात किए गए हैं जबकि संवेदनशील हालात को देखते हुए 18 दलों को तैयार रखा गया है।