राम मंदिर के चंदे को लेकर एमपी में सांप्रदायिक हिंसा, चार महीने बाद कोर्ट ने मांगा सीएम शिवराज से जवाब
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए मांगे जा रहे चंदो के दौरान इंदौर, उज्जैन और मंदसौर में सांप्रदायिक हिंसा हुई थी जिसपर कोर्ट ने अब रिपोर्ट मांगी है.
दिसंबर 2020 में राज्य के भीतर कई संगठनों ने अभियान चलाया, उत्साही नारों के साथ मुस्लिम बस्तियों में गए जहां मुस्लिमों को निशाना बनाया गया.
कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह की याचिका पर मुख्य न्यायाधीश मो. रफीक एवं न्यायमूर्ति सुजॉय पॉल की पीठ ने हिंसा को रोकने में कथित लापरवाही को लेकर जवाब मांगा है.
राज्य के एडिशनल एडवोकेट पुष्यमित्र ने कहा दान देना अपनी इच्छचा पर निर्भर है, इसके लिए अल्पसंख्यक समुदाय को बाध्य नहीं किया जा सकता है.