दुकानों पर कोरोना की जरूरी दवाएं नहीं, नेताओं के पास भरा गोदाम, क्या इसीलिए बढ़ी कालाबाजारी?
देश इस समय कोरोना वायरस से बुरी तरह से जूझ रहा है, ऑक्सीजन एवं दवाओं की कालाबाजारी से हर दिन सैकड़ों मरीजों की मौत हो जा रही है।
संकट के बीच रेमेडेसिविर की सबसे अधिक किल्लत है लेकिन ताज्जुब की बात ये कि प्रत्येक राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के पास इसका स्टॉक है।
दिल्ली के भाजपा सांसद गौतम गंभीर को दिल्ली हाईकोर्ट ने इसीलिए फटकार लगाते हुए पूछा कि क्या आपके पास फ्री दवा बांटने का लाइसेंस है।
दरअसल मार्केट में दवाएं आने के बाद उसे उठा लिया जा रहा, जरूरत पड़ने पर मरीज परेशान होकर खोजता रहता है और फिर ब्लैक में खरीदता है।
यही समस्या ऑक्सीजन के साथ भी है, तमाम प्लांट्स व सिलेंडर पर नेताओं का कब्जा हो चुका है, मरीज को या तो फ्री में मिलता है या फिर भारी कीमत चुकानी पड़ती है।