गोरखपुर यूनिवर्सिटी के शोध छात्रों ने राष्ट्रपति से मांगी आत्मदाह करने की इजाजत, जाने पूरा मामला
गोरखपुर विश्वविद्यालय के शोध छात्रों ने कुलपति डॉ. राजेश सिंह पर आरोप लगाया है कि वे शोध की परीक्षा नहीं करा रहे हैं, जिस कारण वे मानसिक रुप से बेहद परेशान हो गए हैं.
छात्रों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखते हुए कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन उनकी शोध परीक्षा नहीं करवा रहा है, इस कारण उन्होंने सामूहिक आत्मदाह की अनुमति मांगी है.
पत्र में छात्रों ने लिखा है- हमनें यूनिवर्सिटी के सभी पदाधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई लेकिन किसी ने हमारी मदद नहीं की. इसलिए हम 25 नवंबर को राष्ट्रपति भवन के सामने आत्मदाह करेंगे.
वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि शोध छात्रों को मानक के हिसाब से ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन में क्रमश: 55 से 45 प्रतिशत अंक होना चाहिए. लेकिन छात्रों ने प्राप्त नहीं किया है.
इस कारण विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों की शोध प्रक्रिया रद्द कर दी है. बहरहाल, गोरखपुर यूनिवर्सिटी के फैसले पर छात्र नेताओं ने भी जबरदस्त विरोध किया है.