चिराग पासवान के पैतृक गांव की दुर्दशा! न सड़कें न अस्पताल, बाजार और हाईस्कूल भी मीलों दूर

  • चिराग पासवान के शहरबन्नी गांव की हालात ये है कि न तो गांव में पक्की सड़कें हैं, न अस्पताल, न हाईस्कूल और बाजार भी 25 किमी दूर है.
  • गांव के लोग ऑफ कैमरा कहते हैं कि सपने तो सीएम बनने का देखते हैं लेकिन गांव के लिए पासवान परिवार ने कुछ नहीं किया है.
  • गौरतलब है कि, चिराग पासवान के पिता, चाचा, ताऊ से लेकर चचेरे भाई तक राजनीति में रह चुके हैं लेकिन गांव के बच्चे 10वीं की पढ़ाई करने बाहर जाते हैं.
  • गांव के लोग कहते हैं कि किचड़, जलभराव, न स्कूल न अस्पताल बस बिहार फर्स्ट और बिहारी फर्स्ट की बड़ी-बड़ी बातें करते हैं चिराग बाबू.
  • सबसे बड़ी बात खगड़िया जिले के इसी गांव से निकलकर दिवंगत नेता राम विलास पासवान कई बार मंत्री बने लेकिन गांव की हालात अभी भी बद से बदतर है.

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