बड़े नेताओं की शह में पनपा है कुख्यात बदमाश विकास दुबे, मंत्री को थाने में गोलियो से भुना था
गुरूवार देर रात कानपुर में कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के घर दबिश देने गई पुलिस की टीम पर ताबड़बोड़ फायरिंग हुई जिसमे SO समेत 8 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई।
2001 में इसने भाजपा सरकार के दर्जा प्राप्त मंत्री संतोष शुक्ला को थाने में गोलियों से भुन दिया था, उसके बाद इसने सरेंडर कर दिया था और जमानत पर बाहर आ गया था।
मंत्री के हत्या के मामले में पुलिस इसके पीछे हाथ धोकर पड़ गई थी, तत्कालीन सूत्रों के अनुसार वो भाजपा नेताओं की शरण में गया जहां उसको नेताओं ने सरेंडर कराया था।
25 हजार के इनामी बदमाश के ऊपर यूपी के अलग अलग जिलों में 60 से अधिक केस चल रहे हैं, इसकी राज्य के लगभग सभी राजनीतिक दलों में अच्छी पैठ मानी जाती है।
2002 में मायावती शासन में अवैध जमीन पर कब्जे के साथ इसने गैर कानूनी तरीकों से काफी संपत्ति बना ली थी, जेल में रहने के दौरान इसने नगर पंचायत चुनाव भी जीता है।