कोरोना संकट के बीच शहर लौट रहे प्रवासी मजदूर, बोले- भूख से अच्छा तो कोरोना
कोरोना व लॉकडाउन के कारण सबसे अधिक परेशानी प्रवासी मजदूरों को हुई, दो महीने पहले पैदल अपने घर पहुंचे थे वह अब वापस शहर लौट रहे हैं.
पहले जहां यूपी-बिहार से जाने वाली ट्रेने खाली जा रही थी वहीं अब ज्यादातर ट्रेने भरी हुई जा रही हैं, कई लोगों की कंपनियां बंद हैं लेकिन वह वापस जा रहे हैं.
गोरखपुर के खुर्शीद अंसारी ने कहा, जितना कमाया था वह 3 महीने में खत्म हो गया, अब अगर नहीं जाएंगे तो परिवार चलाने के लिए कर्ज लेना पड़ेगा.
प्रसाद होली ने कहा, परिवार का पेट पालने के लिए खतरा तो उठाना ही पड़ेगा, डर लग रहा है लेकिन नहीं कमाएंगे तो परिवार को खिलाएंगे क्या?