रोजगार के लिए मजदूरों को न जाना पड़े बाहर, शिवराज सरकार ने बनाया प्रवासी श्रमिक आयोग 

  • कोरोना संकट के बीच लॉकडाउन के कारण सबसे अधिक परेशानी मजदूरों को हुई, इनकी समस्याओं को कम करने के लिए राज्य सरकारें लगी हैं.
  • मध्य प्रदेश की सरकार ने मजदूरों को रोजगार देने व उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए प्रवासी श्रमिक आयोग का गठन किया है.
  • राज्य सरकार ने कहा, बाहर के राज्यों से लौटकर आए प्रवासी मजदूरों को उनकी योग्यता के अनुसार रोजगार देने की कोशिश की जाएगी.
  • इसके तहत उन्हीं लोगों को रोजगार दिया जाएगा जो मध्य प्रदेश के मूल निवासी हैं व 1 मार्च 2020 के बाद राज्य में वापस लौटे हैं.
  • प्रवासी श्रमिक आयोग का कार्यकाल दो साल का होगा, इसका उद्देश्य रोजगार उपलब्ध करवाना व मजदूरों के परिवारों का कल्याण करना है.
     यह भी पढ़ें - दिल्ली में कोरोना वायरस कितना घातक? पता लगाने के लिए आज से शुरु सीरोलॉजिकल सर्वे