कमलनाथ ने किया शिवराज सरकार को बेनकाब, बोले- हद है बेशर्मी की, यह है इनकी वास्तविकता
प्रवासी श्रमिकों से लिए जा रहे ट्रेन किराए को लेकर एक बार फिर सियासत शुरू हो गई है, शिवराज सरकार ने मजदूरों से रेल किराया नहीं लेने का दावा किया था लेकिन सच्चाई इसके विपरीत है.
कमलनाथ ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर कर लिखा कि केंद्र और राज्य सरकार प्रवासी श्रमिकों के लिए ट्रेन चलवाने और उनसे किराया नहीं लेने का दावा कर रही है, लेकिन सच्चाई इसके विपरीत है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां प्रवासियों से किराया लिया गया है, लेकिन सरकार ने वसूली का नया तरीका निकाल लिया है, हद है बेशर्मी की. यह इनकी वास्तविकता है.
इसके तुरंत बाद मुख्यमंत्री शिवराज के कार्यालय ने आरोपों का जवाब दिया, सरकार के अनुसार कमलनाथ द्वारा शेयर की गई वीडियो में अर्ध सत्य दिखाया गया है, वीडियो में श्रमिक एमपी का नहीं है.
शिवराज के ऑफिस के अनुसार यह श्रमिक किसी और राज्य में जा रहा है, किराया लेना है या नहीं वो उस राज्य की सरकार तय करेगी. प्रवासी श्रमिकों की ज़रूरतों को लेकर हर राज्य की अपनी अलग पॉलिसी है.