नागरिकता कानून पर मोदी सरकार के विपरीत रहा है पुराने भाजपा नेताओं का रवैया
- नागरिकता संशोधन कानून के देशव्यापी विरोध के बीच पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 2003 का एक वीडियो साझा किया है.
- उस वक्त के डिप्टी पीएम लालकृष्ण आडवाणी द्वारा पेश बिल में अवैध किसी कागज के भारत में आए लोगों को अवैध आप्रवासी घोषित करने का प्रावधान था.
- एक भाजपा नेता ने कहा आडवाणी के फार्मूले से पाकिस्तान व अफगानिस्तान के शिया, अहमदिया, हजारा भी भारत की सहनुभूति के हकदार हैं.
- तब वामपंथी दलों ने भी प्रताड़ित अल्पसंख्यकों के लिए मनमोहन सिंह की उदार नागरिकता नीति की मांग का समर्थन किया था.
- खास बात ये कि 2016 में स्टैंडिंग कमेटी द्वारा जांच के लिए आमंत्रित नागरिकता संशोधन विधेयक मनमोहन सिंह के ही समान था.
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